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Haryana Voice | ||
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भिवानी : हैदराबाद में होने वाली सीनियर नेशनल चैंपियनशिप में खेलने जा रही हरियाणा की टीम का बुधवार दोपहर बाद भिवानी में स्वागत किया गया। टीम के खिलाड़ियों में जोश देखने को मिल रहा है। इन खिलाड़ियों का कहना है कि यदि कबड्डी को ओलंपिक में शामिल किया जाए तो वे पदकों की झड़ी लगा सकते हैं। वहीं प्रो कबड्डी के बाद भी खिलाड़ियों को एक अच्छा मुकाम मिला है। अर्जुन अवार्डी हरियाणा टीम के कोच आसन ¨सह सांगवान ने कहा कि हैदराबाद में 31 दिसंबर से 4 जनवरी तक सीनियर नेशनल चैंपियनशिप होगी। इसमें हरियाणा के कबड्डी टीम भी भाग ले रही है। कबड्डी खिलाड़ियों के लिए आदमपुर ढाढ़ी में दस दिवसीय कैंप लगाया गया था। इस कैंप में सभी कबड्डी खिलाड़ियों ने भाग लिया और अपनी प्रतिभा को निखारा।
कोच आसन ¨सह सांगवान ने कहा कि प्रो कबड्डी ने भारत में कबड्डी खिलाड़ियों को बढ़ावा दिया है। पहले कबड्डी के प्रति लोगों का रुझान नहीं था, लेकिन प्रो कबड्डी आने के बाद लोगों का रुझान बढ़ा है। वहीं प्रो कबड्डी में 80 फीसद खिलाड़ी हरियाणा से हैं। वहीं हरियाणा कबड्डी टीम में 12 खिलाड़ी प्रो कबड्डी खेल चुके हैं।
हरियाणा पुरुष कबड्डी टीम के कप्तान अनूप कुमार ने कहा कि आदमपुर ढाढ़ी में आयोजित दस दिवसीय कैंप अच्छा था। इसमें काफी सीखने को मिला। प्रो कबड्डी से खिलाड़ियों को एक अच्छा प्लेटफार्म मिला है। साथ ही प्रो कबड्डी शुरू होने के बाद खिलाड़ियों की पहचान बढ़ी है और वित्तीय सहायता भी मिली है। कबड्डी के अधिकतर खिलाड़ी कमजोर परिवार से हैं। कप्तान अनूप कुमार ने कहा कि हरियाणा सरकार सबसे अधिक खिलाड़ियों को प्रोत्साहन राशि देती है। अगर कबड्डी को ओलंपिक में शामिल किया जाए तो भारत की झोली में मेडल डालने के लिए पूरा प्रयास करेंगे।
हरियाणा महिला कबड्डी टीम की कप्तान प्रियंका ने बताया कि पहले गांव में मां-बाप लड़कियों को घर से बाहर नहीं निकलने देते थे। समाज भी लड़कियों को बाहर खेलने के पक्ष में नहीं था। उसे स्वयं इन कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। परिवार वाले किसी भी पंचायती टूर्नामेंट में भी नहीं जाने देते थे। लेकिन अब स्वयं परिवार वाले ही खेलों के प्रति बढ़ावा दे रहे हैं। कप्तान प्रियंका ने कहा कि यदि कबड्डी ओलंपिक में शामिल हो तो वे मेडल के लिए जी जान लगा देंगे। भारत की झोली में मेडल डालने के लिए पीछे नहीं हटेंगे।
हरियाणा की महिला टीम की कबड्डी खिलाड़ी कविता सिवाच एशियार्ड में कई गोल्ड मेडल भी जीत चुकी है। दो बार जूनियर व सीनियर में आलराउंडर भी चुनी जा चुकी है। प्रियंका भी एशियार्ड में गोल्ड मेडल जीत चुकी है और भारत की कबड्डी टीम में भी अपना जलवा दिखा रही है। वहीं भारत की कबड्डी टीम में अपना अहम स्थान रखती हैं। वहीं प्रियंका पूजा भी जूनियर इंटरनेशनल में गोल्ड मेडल जीत चुकी है। खेल विभाग के उपनिदेशक छाजूराम गोयत ने कहा कि सरकार ने खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने के लिए अनेक योजनाएं लागू कर रखी हैं। खिलाड़ियों को ग्रामीण आंचल तक के खिलाड़ियों को भी पूरी सुविधाएं दी जा रही हैं। जिला खेल एक युवा कार्यक्रम अधिकारी राजबीर ¨सह ने भी खिलाड़ियों को आशीर्वाद दिया। साथ ही हैदाबाद में आयोजित नेशनल चैंपियनशिप में मेडल जीतने के लिए प्रोत्साहित किए। इस दौरान हरियाणा कबड्डी एसोसिएशन के जनरल सेक्रेटरी कुलदीप ¨सह दलाल धर्मपाल ¨सह फारेस्ट आफिसर, जयपाल ¨सह रेंज आफिसर लोहारू, कोच बलवान दहिया, मैनेजर रीना, रोहताश सिवाच, हरी¨सह सांगवान, अजीत ¨सह सांगवान, राजपाल ¨सह रिटायर्ड हैडमास्टर, संदीप ¨सह, सन्नी पहलवान, मूरी पहलवान, सूबेदार विजय ¨सह, ओमप्रकाश सूबेदार आदि उपस्थित थे।



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