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Haryana Voice | ||
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यमुनानगर : दादूपुर नलवी नहर परियोजना को डिनोटिफाई करने के विरोध में एक ओर जहां प्रचंड ठंड के बावजूद क्षेत्र के किसान 137 दिन धरने पर डटे हुए हैं, वहीं कांग्रेसी इस मुद्दे को कैश करने में बिलकुल भी कसर नहीं छोड़ रहे हैं।
कुछ दिन पूर्व जहां राज्य सभा सांसद किसानों के धरने पर पहुंची वहीं दूसरी ओर शुक्रवार को कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप ¨सह सुरजेवाला के नेतृत्व में कांग्रेसियों ने राष्ट्रपित रामनाथ को¨बद से मिलकर कांग्रेस के दूसरे खेमे सहित अन्य राजनीतिक दलों में खलबली मचा दी है। इस मुद्दे को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र ¨सह हुड्डा, इनेलो के अभय ¨सह चौटाला, बसपा सहित अन्य राजनीतिक दलों के नेता धरना स्थल पर पहुंच चुके हैं।
तुगलकी फरमान बताया
राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला के मुताबिक सरकार के तुगलकी फैसले से अंबाला, यमुनानगर और कुरुक्षेत्र जिलों के 225 गांवों की लगभग एक लाख हेक्टेयर जमीन को ¨सचाई से वंचित होना पड़ेगा। भाजपा सरकार किसान से पूरी मुआवजा राशि 15 प्रतिशत ब्याज सहित लेने की तैयारी में है। इसे देने के लिए किसान को या तो अपनी बाकी की जमीन बेचनी पड़ेगी या फिर सरकार उसकी संपत्ति की कुर्की कर लेगी। दुर्भाग्य से सरकार को यह भी मालूम नहीं कि अधिग्रहण की गई भूमि पर सड़क और राष्ट्रीय राजमार्ग के पुल भी बन चुके हैं। सरकार नहर को बंद नहीं कर रही है, बल्कि सोची समझी साजिश के तहत किसानों को उजाड़ने का प्रयास किया जा रहा है। यदि नहर बंद होती है तो क्षेत्र में भू-जलस्तर का आंकड़ा बिगड़ जाएगा। दूसरा किसान 15 प्रतिशत ब्याज के साथ मुआवजा राशि लौटाने की स्थिति में नहीं हैं



